आईआईटी की अहर्ताकारी और एनआईटी, ट्रिपल आईटी, जीएफटी में एडमिशन की संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन का आयोजन 4 अप्रैल 2016 को होगा। इस पर मानव संसाधन विकास मंत्रालय की मुहर लग गई है। ऑनलाइन आवेदन फार्म भरने का विस्तृत शेड्यूल जल्द ही जारी किया जाएगा।
दिसंबर से ही फार्म भरने की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रवेश परीक्षा और एडमिशन के पैटर्न में बदलाव नहीं किया गया है। पहले की तरह इंटरमीडिएट के 40 फीसदी और जेईई मेन के 60 फीसदी मार्क्स को मिलाकर ही एनआईटी, ट्रिपल आईटी, जीएफटी में एडमिशन की मेरिट लिस्ट जारी होगी।
सत्र 2016-17 में सिंगल एंट्रेंस टेस्ट कराने का प्रस्ताव खारिज हो गया है। जेईई मेन में एक से दो लाख रैंक हासिल करने वाले स्टूडेंट अब जेईई एडवांस का रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। इससे पहले डेढ़ लाख रैंक पाने वाले स्टूडेंटों को मौका मिलता था। इसका आयोजन 22 मई को होना है।
आईआईटी कानपुर परिक्षेत्र के जेईई चेयरमैन प्रो. एसएन सिंह ने बताया कि एडवांस की रजिस्ट्रेशन के लिए सामान्य, ओबीसी स्टूडेंटों से 2000 रुपये फीस ली जाएगी। एससी, एसटी, फिजिकली डिसेबिल्ड, सभी संवर्ग की लड़कियों और ट्रांसजेंडर से 1000 रुपये शुल्क देना होगा। जेईई मेन का रिजल्ट 27 अप्रैल के आसपास आ जाएगा, फिर जेईई एडवांस की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए चार दिन का समय दिया जाता है।
दिसंबर से ही फार्म भरने की प्रक्रिया शुरू होगी। प्रवेश परीक्षा और एडमिशन के पैटर्न में बदलाव नहीं किया गया है। पहले की तरह इंटरमीडिएट के 40 फीसदी और जेईई मेन के 60 फीसदी मार्क्स को मिलाकर ही एनआईटी, ट्रिपल आईटी, जीएफटी में एडमिशन की मेरिट लिस्ट जारी होगी।
सत्र 2016-17 में सिंगल एंट्रेंस टेस्ट कराने का प्रस्ताव खारिज हो गया है। जेईई मेन में एक से दो लाख रैंक हासिल करने वाले स्टूडेंट अब जेईई एडवांस का रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। इससे पहले डेढ़ लाख रैंक पाने वाले स्टूडेंटों को मौका मिलता था। इसका आयोजन 22 मई को होना है।
आईआईटी कानपुर परिक्षेत्र के जेईई चेयरमैन प्रो. एसएन सिंह ने बताया कि एडवांस की रजिस्ट्रेशन के लिए सामान्य, ओबीसी स्टूडेंटों से 2000 रुपये फीस ली जाएगी। एससी, एसटी, फिजिकली डिसेबिल्ड, सभी संवर्ग की लड़कियों और ट्रांसजेंडर से 1000 रुपये शुल्क देना होगा। जेईई मेन का रिजल्ट 27 अप्रैल के आसपास आ जाएगा, फिर जेईई एडवांस की ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू होगी। इसके लिए चार दिन का समय दिया जाता है।